भोजपुरी गायक दिनेश लाल यादव(निरहुआ) के रंगारंग कार्यक्रमों से हुआ तातापानी महोत्सव का समापन

फैशन वाक  के द्वारा जनजातिय संस्कृति का किया गया प्रदर्शन
स्कूली बच्चों ने नृत्य के माध्यम से छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति का किया प्रदर्शन
विभिन्न कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से मोह लिया दर्शकों का मन

बलरामपुर-रामनुजगंज जिले में मनाये जाने वाले ऐतिहासिक तातापानी महोत्सव में पड़ोसी राज्यो से भारी संख्या में श्रद्धालु और दर्शक आते है स्थानीय मांग के अनुसार तातापानी समापन समारोह की सांस्कृतिक संध्या में आमंत्रित भोजपुरी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के अंतिम दिवस भोजपुरी गायक दिनेश लाल यादव ने भोजपुरी गीतों से संस्कृतिक संध्या की शमां बांधी। उन्होंने भोजपुरी अभिनेत्री आम्रपाली दुबे के साथ भोजपुरी गीतों को गाया। कार्यक्रम में लगातार एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां एवं गीतों का सिलसिला चला इस दौरान उपस्थित दर्शको ने बड़े उत्साह पूर्वक तालियों की गड़गड़ाहट से इन कलाकारों का सम्मान किया। कार्यक्रम में पड़ोसी राज्यो से काफी संख्या दर्शक जुटे।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विभिन्न कलाकारों एवं स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा दी गई शानदार प्रस्तुति
बलरामपुर के धार्मिक व दार्शनिक स्थल तातापानी में आयोजित तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव के समापन दिवस जिले के विभिन्न विद्यालय और महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं के साथ अन्य कलाकारों ने अपनी-अपनी प्रस्तुति दी। इस दौरान स्थल पूरी तरीके से दर्शकों से भरा रहा। तातापानी महोत्सव के समापन के दिन जिले के विभिन्न विद्यालय और महाविद्यालयीन छात्रों ने तातापानी के मंच अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और विभिन्न विधाओं के नृत्य शैली और नाटक के माध्यम से छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति को प्रदर्शित किया। साथ ही नावेद ग्रुप ने मंच पर अपना रंग विखेरा व बॉलीवुड के गानों व ‘‘राधा तेरी चुनरी लाल में’’ राधा कृष्ण के भेष में अपना नृत्य का प्रदर्शन कर दर्शकों का मन मोह लिया। हास्य कवि बंशीधर मिश्रा के कविताओं से पुरा जन सैलाब हंसी से गुंज उठा। कार्यक्रम में स्थानीय कलाकार एवं टीम ने शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति दी। सेक्सोफोन से बॉलीवुड के गानों पर आशीष महतो द्वारा शानदार धुन की प्रस्तुति दी गई, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।

आदिवासी परिधान और आभूषणों में छात्र-छात्राओं ने किया फैशन रैंप वॉक
तातापानी महोत्सव के अंतिम दिवस आदिवासी संस्कृति के संरक्षण एवं जागरूकता के लिए जिला प्रशासन द्वारा ट्राईबल फैशन वॉक का आयोजन किया गया। ट्राईबल फैशन वॉक में कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने आदिवासी आभूषणों एवं परिधानों को पहनकर रैम्प वॉक किया, जिसे दर्शकों की खूब सराहना मिली। विलुप्त होते जा रहे आदिवासी संस्कृति को फिर से सहेजने तथा दर्शकों को जनजातीय समुदाय और उनके जीवन शैली को प्रदर्शित करने व समझने के लिए जिला प्रशासन की यह अनूठी पहल शानदार रही। इस ट्राईबल फैशन वॉक के द्वारा दर्शकों को आदिवासी संस्कृति तथा उनके पहनावे को जानने का बेहतर मौका भी मिला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के आदिम जाति विकास एवं कृषि विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम, कलेक्टर श्री रिमिजियुस एक्का, पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रेना जमील ने कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

इस दौरान सामरी विधायक उद्धेश्वरी पैकरा, पूर्व सरगुजा सांसद कमलभान सिंह, जिला पंचायत की अध्यक्ष निशा नेताम, जिला पंचायत सदस्य पुष्पा नेताम, जनपद अध्यक्ष विनय पैकरा, क्षेत्र के निर्वाचित क्षेत्र क जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।