‘बिहान‘ के तहत ग्रामीण महिलाओं को माहवारी स्वच्छता के प्रति किया जागरूक

प्रोजेक्ट बाला के ट्रेनरों ने ‘‘बाला पैड‘‘ के बारे में दी जानकारी
डेढ़ वर्षों तक किया जा सकता है उपयोग

 

छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन‘‘बिहान‘‘के अन्तर्गत‘‘ फूड एंड न्यूट्रिशन एंड वॉश‘‘माहवारी स्वच्छता पर प्रोजेक्ट बाला के अन्तर्गत दो दिवसीय कार्यशाला एवं प्रशिक्षण जिला पंचायत के डीपीआर भवन में आयोजित किया गया। जिसमें ग्रामीण महिलाओं को पीरियड्स के दौरान स्वच्छता बरतने, घरेलू उपचार, योगासनों, व्यायाम, खान-पान, मासिक धर्म से संबंधित मिथकों एवं कुरीतियों की जानकारी देने के साथ-साथ प्रोजेक्ट बाला के तहत बाला पैड के उपयोग संबंध में विस्तार पूर्वक बताया गया। इस संबंध में प्रोजेक्ट की ट्रैनर राजेश्वरी राज एवं ऐश्वर्या राय ने जानकारी दी की पैड कोई भी महिला डेढ़ वर्ष तक उपयोग कर सकती है। क्योंकि यह विशेष रूप से तीन अलग-अलग परतों के साथ डिजाइन किया गया है। इस पैड की विशेषता यह रहेगी कि छोटे पैड को 8 घंटे तथा बड़े पैड को 10 घंटे तक पहना जा सकता है और आसानी से धोकर पुनः उपयोग में लाया जा सकता है। इस संबंध में ग्राम बालूद में भी विशेष आयोजन किया जाएगा और ग्रामीण महिलाओं को बाला पैड के उपयोग की जानकारी दी जाएगी।