राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ राज्य में भी तहसील स्तर से लेकर उच्च न्यायालय स्तर तक नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली के माननीय कार्यपालक अध्यक्ष माननीय न्यायमूर्ति यू.यू. ललित के द्वारा जिला न्यायालय राजनांदगांव में आयोजित नेशनल लोक अदालत की कार्यवाहियों की विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के माननीय कार्यपालक अध्यक्ष माननीय न्यायमूर्ति गौतम भादुड़ी से जानकारी प्राप्त की गई।  
    कबीरधाम जिला न्यायालय के जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष श्रीमती नीता यादव ने लोक अदालत का शुभारंभ विद्या की देवी सरस्वती जी के फोटोचित्र पर पूजा, अर्चना करते हुए दीप प्रज्जवलित कर किया। इसके बाद अन्य न्यायाधीशगण, उपस्थित पक्षकारगण एवं अधिवक्तागण तथा अन्य संस्थाओं के अधिकारियों द्वारा भी दीप प्रज्जवल किया गया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के प्रकरणों में माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश महोदया द्वारा कुल 11 प्रकरण का निराकरण करते हुए 2675000 रूपए की अवार्ड राशि तथा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती स्वर्णलता टोप्पो द्वारा 1 प्रकरणों में 301940 रूपए की अवार्ड राशि पारित की गई। इसके अतिरिक्त कुटुम्ब न्यायालय द्वारा कुल 13 प्रकरणों का निराकरण किया गया। राजस्व न्यायालय में कुल 3698 प्रकरणों का निराकरण हुआ। इसी प्रकार नगर पालिका, कबीरधाम द्वारा 39 प्री-लिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण करते हुए कुल 360660 रूपए की वसूली की गई। इस लोक अदालत में 9 सिविल प्रकरणों का भी निराकरण हुआ। इस लोक अदालत में इस प्रकार एक ही दिन में न्यायालय में लंबित 1212 सहित कुल 5000 से अधिक प्रकरणों का निराकरण किया गया।
    लोक अदालत के दौरान विडियों कान्फें्रसिंग के माध्यम से भी प्रकरणों का निराकरण किया गया। 1 प्रकरण जिसमें काउंटर प्रकरण भी था के पक्षकार न्यायालय में बहुत देर से बैठे हुए थे जिन पर सचिव श्री अमित प्रताप चन्द्रा की नजर पड़ी। यह ज्ञात हुआ कि माननीय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री नरेन्द्र कुमार के न्यायालय में दोनों प्रकरण लंबित है, परन्तु काउंटर प्रकरण के पक्षकार उपस्थित नहीं हुए। तब सचिव तथा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने तत्परता दिखाते हुए अनुपस्थित पक्षकार की उपस्थिति विडियों कान्फें्रसिंग से करवाते हुए दोनों प्रकरण का निराकरण किया। नेशनल लोक अदालत में जिला न्यायालय में कुल 9 खण्डपीठ गठित की गई थी। उक्त लोक अदालत के सफल आयोजन के अनुक्रम में समस्त न्यायालयीन कर्मचारीगण, जिला प्रशासन सहित अन्य समस्त विभागों का भरपूर सहयोग रहा है नगर पालिका तथा पुलिस विभाग द्वारा भी प्राधिकरण को सहयोग किया गया है।