ज़िला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक आहूत की गई। ज़िला पंचायत सभाकक्ष में महासमुंद सांसद चुन्नीलाल साहू ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी ज़िला स्तरीय अधिकारियों को शासन की मंशा अनुरूप अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं को सही तरीके से पहुंचाने के निर्देश दिए, जिससे उन्हें इसका पूरा-पूरा लाभ मिले। गौरतलब है कि दिशा की बैठक के जरिए केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओ की समीक्षा की जाती है। सांसद कांकेर लोकसभा क्षेत्र और दिशा के उपाध्यक्ष मोहन मंडावी ने सभी अधिकारियों को गंभीरतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए।
आज की बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ज़िला पंचायत श्रीमती प्रियंका महोबिया ने बताया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी के तहत जिले में  एक लाख 57 हजार 331 जॉब कार्डधारी परिवार हैं, इनमें कुल चार लाख तीन हजार 415 श्रमिक हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 में अनुमोदित लेबर बजट के अनुसार व्यय का वार्षिक लक्ष्य 17496 लाख और नवंबर तक का लक्ष्य  9101.79 लाख के विरुद्ध 10124.89 लाख, अर्थात 111ः की उपलब्धि है। इसी तरह अनुमोदित लेबर बजट के अनुसार सृजित मानव दिवस 59.35 लाख का वार्षिक लक्ष्य, नवंबर तक 41.62 लाख के लक्ष्य के विरुद्ध 82ः याने 34.16 लाख की उपलब्धि है। बताया गया कि अनुमोदित लेबर बजट के अनुसार रोजगार प्रदाय परिवार का वार्षिक लक्ष्य एक लाख 35 हजार 173 के अलावा नवंबर तक 97 हजार 466 के लक्ष्य के विरुद्ध अब तक एक लाख 24 हजार 304 (128ः) परिवार को रोजगार प्रदाय किया गया है। वित्तीय प्रगति की जानकारी देते हुए बताया गया कि अब तक मजदूरी में 7383 लाख और सामग्री पर 2131.65 लाख, कुल 9514.72 लाख रूपए व्यय हो गया है। चालू वित्तीय वर्ष में 3040 कार्य विभिन्न निर्माण एजेंसी द्वारा कराए जाने स्वीकृत हैं। इसके लिए 11262.35 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। रूर्बन मिशन के लोहरसी और रामपुर क्लस्टर में किए जा रहे कार्यों की जानकारी भी दी गई। उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वीकृत 728 शौचालय में 430 पूरे, 298 प्रगतिरत है और व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय 1172 की मांग के विरुद्ध 445 पूरे, 340 प्रगतिरत  हैं।