नवा रायपुर में बनने जा रहे आदिवासी संग्रहालय में छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और जननायकों की आकर्षक पेंटिंग लगेगी। शहीद वीर नारायण सिंह की स्मृति में आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में कलाकारों की चयनित पेंटिंग का उपयोग किया जाएगा। राजधानी रायपुर में 10 दिसंबर से 12 दिसंबर तक आयोजित इस प्रतियोगिता के समापन अवसर पर आयुक्त सह संचालक आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान श्रीमती शम्मी आबिदी ने कलाकारों को संबोधित करते हुए उक्त आशय के विचार व्यक्त किए। इस चित्रकला प्रतियोगिता में 166 कलाकारों ने हिस्सा लिया।
श्रीमती शम्मी आबिदी ने शहीद वीर नारायण सिंह की शहादत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता सेनानियों का बहुमूल्य योगदान है। आदिम जाति एवं अनुसंधान प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘आदि विद्रोह’ में आदिवासी जननायकों के इतिहास और उपलब्धियों का विस्तार से उल्लेख किया गया है। यह चित्रकला प्रतियोगिता दो विधाओं-केनवास पेंटिंग और ड्राईंग सीट पेंटिंग में आयोजित की गई। केनवास पेंटिंग प्रतियोगिता-16 से 25 आयु वर्ग में रूपेन्द्र साहू ने प्रथम, गौरव कुमार ने द्वितीय और दियांशु देवांगन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। दीपक जुर्री, सूर्यकांत भोई, गौरव कुमार पटेल, मुकेश कुंजाम और सतीश साहू ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया।
केनवास पेंटिंग प्रतियोगिता-25 आयु वर्ग से अधिक में श्री प्रकाश चंद्र सिंह ने प्रथम, पंकज यादव ने द्वितीय और हरिश कुमार गोंड ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कु. सुरभी वर्मा, श्री हेमंत कुमार धु्रव, कु. प्रशंसा वर्मा, श्री अजय देशकर, श्री दीपक कुमार शर्मा ने सांत्वना प्राप्त किया। केनवास पेंटिंग प्रतियोगिता 16 से 25 आयु वर्ग एवं 25 से अधिक आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले को 11 हजार रूपये, द्वितीय को 8 हजार रूपये और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को 6 हजार रूपये की सम्मान राशि, प्रमाण पत्र और प्रतीक चिन्ह प्रदान किए गए। सांत्वना पुरस्कार में 5-5 प्रतिभागियों को एक-एक हजार रूपये की सम्मान राशि और प्रमाण पत्र दिया गया।







